POWER ‘OFF’ LOVE इश्क चालू, बत्ती गुल

POWER ‘OFF’ LOVE

मियां गालिब का शेर है

इश्क़ ने’ग़ालिब’निकम्मा कर दिया,

वर्ना हम भी आदमी थे काम के

अब इस बात को ना कहें तो क्या कहें। बिहार के पूर्णिया जिले में ऐसा ही मामला सामने आया है जहां अपनी प्रेमिका के लिए प्रेमी ने ऐसा कांड कर डाला कि वो चर्चा का मुद्दा बन गया।

वैसे तो प्रेमी आसमान से सितारे तोड़ लाने की बातें करते हैं, आशिक अपनी प्रेमिका की यादों को उजाले की तरह मानते हैं।

बशीद बद्र साहब का लाइनें हैं

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो

न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए

bashir badra
इश्क चालू, बत्ती गुल

पर सुरेंद्र नाम के आशिक ने ऐसा हर उजाले को अंधेरे में बदल दिया। सही में। सुरेंद्र ने पूरे गांव की हर रात को अमावस्या बना डाला। दरअसल सुरेंद्र राय एक इलैक्ट्रिशियन है। जब भी प्रेमिका से मिलने का मन करता था तो वो पूरे गांव की लाइट काट देता था। फिर दोनों बेधड़क मिला करते थे। उसके बाद प्रेमी वापस आकर फिर से बिजली सप्‍लाई को जोड़ देता।

अब कभी-कभार की बात हो तो अलग बात है, लेकिन जब सुरेंद्र की इश्क रोज सिर पर चढ़ कर नाचने लगा तो गांववालों का माथा टनका। ना तूफान, ना आंधी  ना बिजली का कट फिर बिजली क्यों गायब रहती है? गर्मी के मौसम में बिजली कटौती की मार ने लोगों के दिमाग की बत्ती चला दी। जिसके बाद सुरेंद्र की प्रेम कहानी उजागर हो गई।

LOVE STORY हैप्पी एंडिंग या ट्रैजिक?

एक दिन एक शख्स ने सुरेंद्र को बिजली काटते देख लिया और उसके बाद पूरे गांव को खबर दी गई। इसके बाद गांववालों ने सुरेंद्र को पकड़ लिया। सिर्फ बिजली काटते हुए नहीं पकड़ा बल्कि प्रेमिका से मिलते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। इसके बाद मामला आदिवासी समाज का था अपनी तरह से सजा दी। सिर के बाल उड़ा दिए गए.. मुंह काला कर गांव में घुमाया गया. और फिर पकड़ कर शादी कर दी गई। अब बताइए इसे हैप्पी एंडिंग मानेंगे या ट्रैजिक? 

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